Dil-e-Jazbat JAANWAR July 13, 2009March 10, 2020 Rajat Narula 9 Comments ~ To read the poem, click on the picture. ~
DimpsJuly 14, 2009 at 5:29 AMPermalink Hello, Tackling those inevitable desires.."victory of good over evil" Very good!Regards,Dimplehttp://poemshub.blogspot.com Reply
प्रकाश गोविन्दJuly 19, 2009 at 7:04 AMPermalink bahut aandolit karti huyi kavita. saarthak rachna. shubh kamnayen आज की आवाज Reply
महावीरJuly 22, 2009 at 4:31 AMPermalink इस जानवर से दोस्ती हमारे अन्त का आगाज़ है इस की मौत का रहस्य हमारे शास्त्रों में छुपा एक गहरा राज़ है. बहुत सुन्दर. Reply
सुलभ [Sulabh]July 22, 2009 at 12:40 PMPermalink कामयाबी के लिए जरूरी है नियंत्रण..बहुत अच्छा. – Sulabh Poetry ( यादों का इंद्रजाल ) Reply
बहुत अच्छी प्रस्तुति
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श्री युक्तेश्वर गिरि के चार युग
Hello,
Tackling those inevitable desires..
"victory of good over evil"
Very good!
Regards,
Dimple
http://poemshub.blogspot.com
ek aur sach..
bahut aandolit karti huyi kavita.
saarthak rachna.
shubh kamnayen
आज की आवाज
अत्यंत यथार्थपरक रचना. मार्मिक भी
सुन्दर रचना
boht sahi likha hai……
इस जानवर से दोस्ती हमारे
अन्त का आगाज़ है
इस की मौत का रहस्य
हमारे शास्त्रों में छुपा एक गहरा राज़ है.
बहुत सुन्दर.
कामयाबी के लिए जरूरी है नियंत्रण..
बहुत अच्छा.
– Sulabh Poetry ( यादों का इंद्रजाल )
बहुत ही ग़हरी और सही सोच है !