5 thoughts on “Raaz….

  • May 16, 2009 at 5:29 AM
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    है मुझे यकीं के इस ज़िन्दगी के पार भी इक ज़िन्दगी है
    मौत ज़िन्दगी का अंत नहीं ये इक नयी ज़िन्दगी है …

    वाह जी वाह….बहुत खूऊऊऊब ….!!

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